Solar System in Hindi : सौरमंडल (Solar System) ब्रह्मांड का एक अद्भुत और विशाल परिवार है, जिसमें सूर्य, ग्रह, उपग्रह, क्षुद्रग्रह, धूमकेतु, उल्कापिंड और अन्य खगोलीय पिंड सम्मिलित हैं। यह आकाशगंगा “मिल्की वे” का हिस्सा है और सूर्य इसके केंद्र में स्थित है। पृथ्वी इसी सौरमंडल का भाग है और यही कारण है कि हम इसके बारे में सबसे अधिक जानने की कोशिश करते हैं।
सूर्य – सौरमंडल का केंद्र
सूर्य सौरमंडल का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण पिंड है। यह गैसों का विशाल गोला है जिसमें मुख्यतः हाइड्रोजन (74%) और हीलियम (24%) गैस होती है।
सूर्य की प्रमुख विशेषताएँ
- व्यास: लगभग 13,92,700 किमी
- द्रव्यमान: पृथ्वी से 3,33,000 गुना अधिक
- सतह का तापमान: 5500°C
- केंद्र का तापमान: 1.5 करोड़°C
- ऊर्जा का स्रोत: नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion)
- सूर्य की आयु: लगभग 4.6 अरब वर्ष
- सूर्य की ऊर्जा और प्रकाश ही ग्रहों के जीवन का आधार है।
सौरमंडल के ग्रह
सौरमंडल में कुल 8 ग्रह हैं। इन्हें दो भागों में बाँटा जाता है:
सौर मण्डल में आंतरिक ग्रह (Inner Planets) – बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल
-
- चट्टानी सतह वाले, छोटे आकार के।
- चट्टानी सतह वाले, छोटे आकार के।
Solar System में बाहरी ग्रह (Outer Planets) – बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण
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- गैस और बर्फ से बने, बड़े आकार के।
- गैस और बर्फ से बने, बड़े आकार के।
ग्रहों का विस्तृत विवरण
1. बुध (Mercury)
- सूर्य के सबसे निकट और सबसे छोटा ग्रह।
- व्यास: 4,879 किमी
- सतह पर कोई वातावरण नहीं, इसलिए दिन और रात के तापमान में भारी अंतर।
- दिन: 430°C, रात: -180°C
- कोई उपग्रह नहीं।
- सूर्य की परिक्रमा मात्र 88 दिनों में पूरी करता है।
2. शुक्र (Venus)
- व्यास: 12,104 किमी
- आकार और द्रव्यमान में पृथ्वी से मिलता-जुलता।
- वायुमंडल: मुख्यतः कार्बन डाइऑक्साइड, सल्फ्यूरिक एसिड के बादल।
- तापमान: 470°C (सबसे गर्म ग्रह)।
- कोई उपग्रह नहीं।
- घूर्णन विपरीत दिशा में करता है।
- शुक्र ग्रह को “संध्या एवं भोर’’ का तार भी कहा जाता है।
3. पृथ्वी (Earth)
- व्यास: 12,742 किमी
- जीवन वाला एकमात्र ज्ञात ग्रह।
- सतह पर 70% जल और 30% भूमि।
- वायुमंडल: नाइट्रोजन (78%), ऑक्सीजन (21%)।
- प्राकृतिक उपग्रह: चंद्रमा।
- पृथ्वी पर ऋतुएँ सूर्य के चारों ओर परिक्रमा और धुरी के झुकाव से बदलती हैं।
4. मंगल (Mars)
- व्यास: 6,779 किमी
- “लाल ग्रह” – सतह पर लोहे के ऑक्साइड की परत।
- वायुमंडल बहुत पतला और ठंडा।औसत तापमान: -60°C।
- उपग्रह: फोबोस और डीमोस।
- मंगल ग्रह पर ओलंपिस मॉनस नामक सौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी है।
- भविष्य में मानव बसावट के लिए सबसे उपयुक्त।
5. बृहस्पति (Jupiter)
- सबसे बड़ा ग्रह।
- व्यास: 1,39,820 किमी
- वायुमंडल: हाइड्रोजन और हीलियम।
- “ग्रेट रेड स्पॉट” नामक विशाल तूफान जो सदियों से सक्रिय है।
- उपग्रह: 90+ (प्रमुख – आयो, यूरोपा, गैनीमीड, कैलिस्टो)।
- गैनीमीड सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह है।
6. शनि (Saturn)
- व्यास: 1,16,460 किमी
- अपने सुंदर वलयों (Rings) के कारण प्रसिद्ध।
- वलय बर्फ और चट्टानों से बने।
- उपग्रह: 80+ (टाइटन सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण)।
- टाइटन पर नाइट्रोजन आधारित वायुमंडल और तरल झीलें हैं।
7. अरुण (Uranus)
- व्यास: 50,724 किमी
- नीला-हरा ग्रह, रंग मीथेन गैस से।
- अपनी धुरी पर 98 डिग्री झुका हुआ।
- उपग्रह: 27 (प्रमुख – टिटानिया, ओबेरोन, मिरांडा)।
- वायुमंडल: हाइड्रोजन, हीलियम, मीथेन।
8. वरुण (Neptune)
- व्यास: 49,244 किमी
- सबसे दूर का ग्रह।
- यहाँ पर सबसे तेज हवाएँ – 2100 किमी/घंटा।
- उपग्रह: 14 (प्रमुख – ट्राइटन)।
- रंग गहरा नीला, कारण मीथेन गैस।
उपग्रहों का विवरण
पृथ्वी का उपग्रह – चंद्रमा
- व्यास: 3,474 किमी
- पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह।
- इसका प्रभाव समुद्र में ज्वार-भाटा पर पड़ता है।
मंगल
- फोबोस और डीमोस – छोटे आकार के और असमान।
बृहस्पति
- गैनीमीड (सबसे बड़ा उपग्रह), यूरोपा (बर्फ से ढका), आयो (ज्वालामुखीय सक्रिय), कैलिस्टो (गड्ढों से भरा)।
शनि
- टाइटन – नाइट्रोजन वायुमंडल और झीलें।
- एन्सेलाडस – बर्फीला सतह और पानी के फव्वारे।
अरुण
- टिटानिया, ओबेरोन, मिरांडा – बर्फ और चट्टानों से बने।
वरुण
- ट्राइटन – उलटी दिशा में परिक्रमा करता है।
अन्य खगोलीय पिंड
1. क्षुद्रग्रह (Asteroids)
- मंगल और बृहस्पति के बीच “क्षुद्रग्रह घेरा (Asteroid Belt)”।
2. धूमकेतु (Comets)
- बर्फ और धूल से बने।
- सूर्य के पास आने पर इनकी पूंछ बनती है।
- उदाहरण: हैली का धूमकेतु।
3. उल्कापिंड (Meteoroids)
- छोटे पिंड, जो पृथ्वी के वायुमंडल में घुसते ही जल जाते हैं।
- टूटते तारे इन्हीं की वजह से दिखते हैं।
ग्रहों की तुलना
1. आकार (Ascending)
बुध < मंगल < शुक्र < पृथ्वी < वरुण < अरुण < शनि < बृहस्पति
2. दूरी (Descending)
वरुण > अरुण > शनि > बृहस्पति > मंगल > पृथ्वी > शुक्र > बुध
3. घनत्व
सबसे अधिक – पृथ्वी
सबसे कम – शनि
अंतरिक्ष मिशन और खोजें
भारतीय मिशन
- चंद्रयान-1, 2, 3 – चंद्रमा की खोज
- मंगलयान (MOM) – मंगल की परिक्रमा
अंतर्राष्ट्रीय मिशन
- अपोलो मिशन (NASA) – चंद्रमा पर मानव की यात्रा
- वॉयजर-1 और 2 – सौरमंडल के बाहर तक पहुँचे यान
- हबल टेलीस्कोप – ब्रह्मांड की गहराई में झाँकने का साधन
निष्कर्ष
सौरमंडल एक विशाल खगोलीय परिवार है जिसका केंद्र सूर्य है। इसमें ग्रह, उपग्रह, क्षुद्रग्रह, धूमकेतु और अन्य पिंड शामिल हैं। विज्ञान और तकनीक ने हमें इसके रहस्यों को समझने में मदद की है। आने वाले वर्षों में मानव मंगल और अन्य ग्रहों पर कदम रखेगा, जिससे सौरमंडल का अध्ययन और भी रोमांचक होगा।